मलयालम स्टार उन्नी मुकुंदन स्टारर ‘मार्को’ में प्रमोशंस में इसे इंडियन सिनेमा की सबसे वायलेंट फिल्म बताया जा रहा है. कमाल ये है कि ‘मार्को’ 20 दिसंबर को थिएटर्स में रिलीज हुई थी. हिंदी फिल्म मार्किट में इस फिल्म ने ना सिर्फ ‘पुष्पा 2’ का धार काटते हुए अपनी जगह बनाई है, बल्कि बॉलीवुड की क्रिसमस रिलीज ‘बेबी जॉन’ का भी मुकाबला किया है. 10 दिन से ऐसे चैलेन्ज का सामना करती हुई ‘मार्को’ को उसके हिस्से की ऑडियंस मिलने लगी है और अब थिएटर्स में इसका भौकाल जलवा दिखा रहा है.
‘मार्को’ जीत रही हिंदी ऑडियंस के दिल
खूबसूरत प्राकृतिक विजुअल्स, इंसानी रिश्तों और इंटेलिजेंट सिनेमा के लिए पॉपुलर मलयालम फिल्म इंडस्ट्री की फिल्म ‘मार्को’ को इंडियन सिनेमा की सबसे हिंसक फिल्म कहकर प्रचार किया जा रहा है. मनोरमा की एक रिपोर्ट के अनुसार, एक दर्शक ने बताया, ‘मेरे बगल में बैठी महिला ने मेरे ऊपर उल्टी कर दी क्योंकि वो स्क्रीन पर ऐसे हिंसक सीन नहीं बर्दाश्त कर पा रही थी.’ तमाम रिव्यू और रिपोर्ट्स बताते हैं कि ‘मार्को’ में खून-खच्चर-मार-काट का लेवल अल्टीमेट है और ये अभी तक आई हर फिल्म से कई लेवल ऊपर है.