एक तरफ आस्था व प्रसिद्ध चारभुजा नाथ मंदिर में श्रीमद् भागवत ज्ञान गंगा महोत्सव चल रहा है दूसरी ओर चारभुजा नाथ की नगरी में बदहाल सड़कें, श्रद्धालुओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है
प्रतापगढ़ जिले के सुबी में नाली की टूटी जाली और नल योजना में अधूरे गड्ढे बने हादसों का कारण, प्रशासन की अनदेखी से श्रद्धालुओंजल में आक्रोश
राजस्थान और मध्य प्रदेश को जोड़ने वाला चारभुजा नाथ मार्ग इन दिनों बदहाल स्थिति में है। धार्मिक आस्था का केंद्र माने जाने वाले इस पवित्र स्थल तक जाने वाले श्रद्धालुओं को टूटी नाली की जाली और अधूरे पड़े गड्ढों के कारण भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। राहगीरों और स्थानीय निवासियों का कहना है कि नाली योजना के तहत खोदे गए गड्ढे महीनों से नहीं भरे गए, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है।
श्रद्धालुओं की आस्था से खिलवाड़
चारभुजा नाथ मंदिर में रोजाना सैकड़ों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं, लेकिन प्रशासन की अनदेखी के कारण सड़कें खस्ताहाल हो चुकी हैं। श्रद्धालु ठोकर खाकर गिर रहे हैं, वाहन चालक परेशान हैं, और नाली की जाली टूटने से लोगों को गंभीर चोटें आने का डर बना हुआ है।
प्रशासन बना मूकदर्शक, हादसों का इंतजार?
स्थानीय निवासियों का कहना है कि कई बार अधिकारियों को इस समस्या से अवगत कराया गया, लेकिन आज तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। सड़क पर जगह-जगह गड्ढे हैं, जिनमें पानी भरने से हालात और बदतर हो गए हैं। खासकर रात के समय यह मार्ग खतरनाक बन जाता है और दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ जाती है।
क्या प्रशासन जागेगा या कोई बड़ा हादसा होगा?
चारभुजा नाथ मार्ग राजस्थान और मध्य प्रदेश के बीच महत्वपूर्ण कड़ी है, ऐसे में इसके सुधार की जिम्मेदारी प्रशासन की बनती है। अगर जल्द ही इसकी मरम्मत नहीं की गई, तो यह न केवल श्रद्धालुओं बल्कि आम नागरिकों के लिए भी गंभीर समस्या बन सकता है।
अब देखना यह होगा कि प्रशासन कब तक इस मुद्दे पर चुप्पी साधे रहता है या फिर कोई बड़ा हादसा होने के बाद ही जागेगा? स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं ने तुरंत सड़क सुधार और नाली व्यवस्था दुरुस्त करने की मांग की है।