नीमच के सटोरीयो पर उदयपुर पुलिस की बड़ी कार्रवाई: नवरत्न कॉम्प्लेक्स में अवैध सट्टेबाजी का भंडाफोड़, सात आरोपी गिरफ्तार
उदयपुर। जिले में बढ़ती अवैध जुआ-सट्टेबाजी की शिकायतों पर जिला पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल ने सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। इन आदेशों की पालना में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश ओझा और पुलिस उप अधीक्षक कैलाश चंद्र खटीक के निर्देशन में थानाधिकारी रविंद्र चारण (सुखेर) और डीएसटी प्रभारी श्याम सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीमों का गठन किया गया।
नवरत्न कॉम्प्लेक्स में दबिश, सात सटोरिए गिरफ्तार
दिनांक 31 जनवरी को डीएसटी प्रभारी श्याम सिंह को सूचना मिली कि नवरत्न कॉम्प्लेक्स क्षेत्र में मध्य प्रदेश के कुछ संदिग्ध लोग अवैध गतिविधियों में संलिप्त हैं। इस इनपुट पर कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम ने कॉम्प्लेक्स में स्थित एक फ्लैट पर छापा मारा, जहां भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे टी-20 क्रिकेट मैच पर अवैध सट्टेबाजी चल रही थी।
मौके पर मौजूद सात लोग मोबाइल कॉल के जरिए ग्राहकों को मैच के भाव बता रहे थे और रुपए का दांव लगवा रहे थे। इसके अलावा, वे कंप्यूटर के माध्यम से सट्टे का पूरा हिसाब-किताब भी रख रहे थे। पुलिस ने सट्टेबाजी में उपयोग किए जा रहे 5 लैपटॉप, 30 मोबाइल फोन, अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और हिसाब की पर्चियां जब्त कीं।
आरोपियों की पहचान
गिरफ्तार किए गए सभी आरोपी नीमच और निम्बाहेड़ा के कुख्यात सटोरिए हैं, जो उदयपुर में किराए के फ्लैट में रहकर यह अवैध धंधा चला रहे थे।
गिरफ्तार आरोपी:
1. सौरभ मित्तल (30) – निवासी बघाना, मध्य प्रदेश
2. दीपक मित्तल (31) – निवासी बघाना, मध्य प्रदेश
3. अजीम खान (30) – निवासी निम्बाहेड़ा, राजस्थान
4. रितेश जैन (43) – निवासी नीमच, मध्य प्रदेश
5. लालचंद खटीक (40) – निवासी मनासा, मध्य प्रदेश
6. प्रकाश अहीर (70) – निवासी अहीर मोहल्ला
7. असरफ खान उर्फ भैया (42) – निवासी बघाना, मध्य प्रदेश
पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में लेकर गहन पूछताछ शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि ये सभी पेशेवर सटोरिए हैं और अन्य बड़े नेटवर्क से जुड़े हो सकते हैं।
पुलिस टीम को मिली सफलता
इस सराहनीय कार्रवाई को अंजाम देने में थाना सुखेर और डीएसटी टीम के इन पुलिसकर्मियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही—
थानाधिकारी रविंद्र चारण (सुखेर)
डीएसटी प्रभारी श्याम सिंह रत्नू
सउनि सुनील बिश्नोई (सुखेर)
हेड कांस्टेबल नारायण सिंह, रामकुमार, जगदीश मेनारिया, भंवरलाल, करतार सिंह (डीएसटी)
कांस्टेबल चंद्रप्रकाश, मुकेश कुमार, जितेंद्र दीक्षित, भारत सिंह, अचलाराम, प्रकाश सिंह, धनराज, लोकेश रायकवाल (साइबर सेल)
आगे की कार्रवाई
पुलिस अब गिरफ्तार आरोपियों से विस्तृत पूछताछ कर रही है और इस रैकेट से जुड़े अन्य लोगों की संलिप्तता की जांच कर रही है। जल्द ही इस गिरोह के अन्य सदस्यों पर भी कानूनी शिकंजा कसा जाएगा।